ग्राम पंचायत कुंजारा में अराजकता की सारी हदें पार
ग्राम पंचायत कुंजारा में अराजकता की सारी हदें पार

_उपसरपंच जयमंगल भगत एवं पंच पति जगबंधु यादव पर तानाशाही और प्रताड़ना के आरोप_
ग्राम पंचायत कुंजारा (बांधापारा), थाना लैलूंगा, जिला रायगढ़ (छत्तीसगढ़)
ग्राम पंचायत कुंजारा (बांधापारा) में इन दिनों माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। गांव के निवासी मिनकेतन प्रधान, गंगाधर प्रधान और बोधराम प्रधान (पिता स्व. बहादुल प्रधान) ने थाना लैलूंगा में एक गंभीर शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि गांव के उपसरपंच जयमंगल भगत, पंच पति जगबंधु यादव एवं प्रहलाद मेहर द्वारा उनके परिवार को पिछले कई महीनों से असहनीय रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
आवेदकों के अनुसार, पंचायत चुनाव के बाद से ही उक्त व्यक्तियों द्वारा रंजिशवश मोहल्ला वासियों को भड़काकर उनके परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया। पहले भी इस विषय पर तत्कालीन थाना प्रभारी द्वारा सुलह कराई गई थी, परंतु हाल के दिनों में स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है।
आवेदन में बताया गया है कि आरोपियों ने अब उनके पूर्वजों की काबिज भूमि पर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया है। इतना ही नहीं, परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी, जातिगत गालियाँ, और शारीरिक रूप से नुकसान पहुँचाने की धमकियाँ दी जा रही हैं।
आवेदकों ने यह भी उल्लेख किया है कि उनके घर के चारों ओर गड्ढे खोद दिए गए, खलिहान, पानी टंकी एवं नहानी घर को तोड़-फोड़ कर तहस-नहस कर दिया गया है, खलिहान में रखे पैरावट में आग लगा दिया गया है।जिससे उनका जीवन असुरक्षित हो गया है। भय और आतंक के माहौल में पूरा परिवार घर से बाहर निकलने में भी डर महसूस कर रहा है।
परिवार का कहना है कि उन्होंने कई बार थाना लैलूंगा में शिकायत दर्ज कराई, किंतु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिसके कारण आरोपियों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है।
परिवार ने आवेदन में चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन द्वारा शीघ्र प्रभावी कदम नहीं उठाए गए तो वे सपरिवार आत्मदाह करने के लिए विवश होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
ग्राम पंचायत कुंजारा में बढ़ते इस विवाद ने गांव के शांति वातावरण पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्रशासन को तत्काल हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रण में लाना चाहिए, अन्यथा कोई गंभीर घटना घट सकती है।

