छापा…ग्राम तोलगे में 739 बोरी पुराना धान जब्त, प्रशासन की धुआंधार कार्यवाही से मचा हड़कंप
लैलूंगा तहसीलदार शिवम पांडे के नेतृत्व में अवैध धान पर ज़ोरदार छापे मारी
छापा…ग्राम तोलगे में 739 बोरी पुराना धान जब्त, प्रशासन की धुआंधार कार्यवाही से मचा हड़कंप
लैलूंगा तहसीलदार शिवम पांडे के नेतृत्व में अवैध धान पर ज़ोरदार छापे मारी


लैलूंगा/ आज दिनांक 20/11/2025 की शाम को लैलूंगा क्षेत्र में प्रशासनिक सख्ती का बड़ा उदाहरण देखने को मिला। संयुक्त जांच दल ने अचानक ग्राम तोलगे में दबिश देते हुए लक्ष्मण पटेल के कोठार में बने एक कमरे में भारी मात्रा में पुराना धान बरामद किया। जांच के दौरान कमरे से कुल 739 बोरी यानी लगभग 295.60 क्विंटल पुराना धान मिला, जिसे मौके पर ही जब्त कर पंचनामा तैयार किया गया।
इस कार्यवाही के बाद पूरे क्षेत्र में एक बार फिर अवैध भंडारण और अवैध खरीदी करने वालों में भारी दहशत फैल गई है। प्रशासन की यह ताबड़तोड़ कार्यवाही चर्चा का बड़ा विषय बन चुकी है।
छापेमारी में कौन-कौन थे मौजूद?
संयुक्त जांच दल में शामिल थे—
लैलूंगा तहसीलदार शिवम पांडे
नायब तहसीलदार हिमांशू सिंह
फूड इंस्पेक्टर खुसीराम नायक
इन अधिकारियों ने बिना किसी पूर्व सूचना के सीधी कार्यवाही करते हुए कोठार के अंदर हर कमरे की बारीकी से जांच की। बताया जा रहा है कि जब अधिकारी अंदर पहुंचे तो धान बड़ी सफाई से बोरी में भरा हुआ पाया गया था, जो स्पष्ट रूप से अवैध भंडारण को दर्शाता है।
कार्यवाही के दौरान हड़कंप, ग्रामीणों की भीड़ जुटी
जैसे ही संयुक्त दल ने छापेमारी शुरू की, गांव में खबर आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते कोठार के बाहर ग्रामीणों की भारी भीड़ जुट गई। कई लोग इस बात से हैरान थे कि इतनी बड़ी मात्रा में पुराना धान गांव में कब और कैसे छुपाकर रखा गया था।
अधिकारियों ने मौके पर मौजूद ग्रामीणों को स्थिति समझाई और बताया कि जिले में अवैध भंडारण, अवैध परिवहन और पुराने धान के अवैध उपयोग पर जिला प्रशासन पूरी तरह सख्त है।
295 क्विंटल धान जब्त—अब आगे क्या?
तहसीलदार शिवम पांडे ने बताया कि बरामद 739 बोरी धान को शासन के नियम अनुसार जब्त कर लिया गया है। आगे आरोपी के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम सहित संबंधित धाराओं के तहत कार्यवाही की तैयारी की जा रही है।
फूड इंस्पेक्टर खुसीराम नायक ने कहा कि इस तरह का अवैध भंडारण किसानों को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं पर भी असर डालता है, इसलिए ऐसे मामलों में किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
जिले में प्रशासन की “नो टॉलरेंस” नीति
नायब तहसीलदार हिमांशू सिंह ने स्पष्ट कहा कि जिले में अवैध धान भंडारण, फर्जी खरीदी और अवैध परिवहन पर “नो टॉलरेंस” नीति अपनाई गई है। यदि कोई भी व्यक्ति ऐसी गतिविधियों में जुटा पाया जाता है, तो उसके खिलाफ तुरंत कार्यवाही की जाएगी।
लैलूंगा में लगातार बढ़ रही निगरानी
बीते कुछ दिनों से लैलूंगा, पत्थलगांव और आसपास के क्षेत्रों में प्रशासन लगातार छापेमारी कर रहा है। धान खरीदी सीजन शुरू होने के साथ ही कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि पुराने धान को नए के नाम पर बेचा न जा सके। इस कार्यवाही के बाद कई और ठिकानों पर भी दबिश की संभावना है।
बवाल मचा देने वाली ताबड़तोड़ कार्यवाही
आज की इस कार्यवाही ने पूरे इलाके में प्रशासन के सख्त तेवरों को दिखा दिया है। 739 बोरी पुराना धान मिलना कोई छोटी बात नहीं है। संयुक्त दल की इस धुआंधार कार्यवाही ने अवैध कारोबार करने वालों की कमर तोड़ दी है और आने वाले दिनों में और भी कड़े कदम उठाए जाने की उम्मीद है।

