लैलूंगा तहसीलदार शिवम पांडे की ताबड़तोड़ कार्यवाही ओडिशा बॉर्डर की जंगल पगडंडियाँ जेसीबी से ध्वस्त अवैध धान तस्करों में हड़कंप
लैलूंगा तहसीलदार शिवम पांडे की ताबड़तोड़ कार्यवाही ओडिशा बॉर्डर की जंगल पगडंडियाँ जेसीबी से ध्वस्त अवैध धान तस्करों में हड़कंप

लैलूंगा— अब जंगली रास्तों से धान ले जाना नामुमकिन! प्रशासन ने बेरिकेट कसकर किया रास्ता सील
लैलूंगा से लगे ओडिशा बॉर्डर के जंगल रास्तों पर अवैध धान तस्करी पर अंकुश लगाने प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है। सूत्रों के अनुसार बीते 24 घंटे में बिलकुल शांत और अनदेखे जंगल पथ, जहाँ से लंबे समय से ओड़िशा और छत्तीसगढ़ के बीच धान की अवैध खरीदी-बिक्री का गुप्त खेल चलता रहा, वहाँ अब जेसीबी की गड़गड़ाहट सुनाई दे रही है।
तहसीलदार शिवम पांडे के नेतृत्व में ऑपरेशन गति पकड़ चुका है। प्रशासनिक दल ने जंगल के अंदरूनी रास्तों पर बेरिकेट लगाकर, कई जगहों पर कोडाई कर पगडंडियों को पूरी तरह बंद करना शुरू कर दिया है। कार्यवाही इतनी तेज है कि जिन मार्गों पर वर्षों तक बैलगाड़ियों से लेकर पिकअप तक बिना रोक-टोक निकलते रहे— आज वही रास्ते मिट्टी के ढेर और गहरी कटिंग में तब्दील दिखाई दे रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि रात ढलते ही इन पगडंडियों पर टॉर्च और मोबाइल फ्लैश की रोशनी में गाड़ियाँ धान से लदी सरहद पार कर दी जाती थीं, प्रशासन को लगातार मिल रही शिकायतों और सूचना के बाद finally मूक रास्तों पर अब कानून की रोशनी उतर चुकी है।
कार्रवाई केवल कोडाई भर नहीं— टीम लगातार मॉनिटरिंग पर है। बेरिकेट पर पहरा, रात में पेट्रोलिंग और बॉर्डर के सक्रिय बिंदुओं पर तैनाती की जा रही है ताकि कोई नया रास्ता न बन सके। तहसीलदार ने स्पष्ट संदेश दिया है कि अवैध व्यापार की चैन अब टूटनी ही है, चाहे इसके लिए जंगल की हर टहनी तक निगरानी क्यों न करनी पड़े।
इस ताबड़तोड़ ऑपरेशन के बाद तस्कर वर्ग में खलबली मच गई है। कई व्यापारी, जो पीछे से खरीद-फरोख्त में शामिल बताए जाते हैं, अचानक गायब या शांत दिखाई देने लगे हैं। सीमा वाले गाँवों में लगातार चर्चाएँ— “अब रास्ता नहीं, धान कैसे जाएगा? कौन करेगा रिस्क?”
लैलूंगा प्रशासन की यह कड़ी कार्रवाई आने वाले दिनों में अवैध धान कारोबार की कमर तोड़ने में निर्णायक साबित हो सकती है। जंगलों में धूल उड़ाती जेसीबी की आवाज़ आज सिर्फ मशीनी शोर नहीं— यह अवैध व्यापारियों के लिए चेतावनी है कि खेल अब खत्म!
लैलूंगा ने बॉर्डर बंद किया— अब अवैध रास्ते नहीं, सिर्फ कानून चलेगा।

