November 19, 2024

सर्व आदिवासी समाज किसानों के साथ मिलकर तहसील व वन विभाग का करेंगे घेराव

सर्व आदिवासी समाज किसानों के साथ मिलकर तहसील व वन विभाग का करेंगे घेराव



रायगढ़/धरमजयगढ़

छत्तीसगढ़ प्रदेश में दिनों दिन जंगली हाथियों की संख्या बढ़ती जा रही जिससे आए दिन जनहानि एवं फसलों के नुकसान हो रहा है हांथी मानव द्वन्द रुकने का नाम नहीं ले रहा है उद्योग व खदानों के विस्तार के जंगलों को लगातार काटा जा रहा है जिसके विरोध में सर्व आदिवासी समाज 11 नवंबर 2024 को छाल तहसील एवं वन परिक्षेत्र कार्यालय छाल का घेराव करने जा रही है ल

आज प्रदेश के रायगढ़ जिले में लगभग 150 से भी अधिक हाथियों की संख्या है, जो कि धरमजयगढ़ वन मंडल में सबसे अधिक विचरण करते है, जिससे किसानों के फसलों का नुकसान दिनों दिन बढ़ते जा रहा है तथा जनहानि भी हो रही है, जिसे लेकर छ.ग. सर्व आदिवासी समाज (रूडी जन्य परम्परा) का कहना है कि सरकार द्वारा कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है जिस कारण आज हमारे किसान भाइयों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, और ग्रामीणों  अपनी जान गंवानी पड़ रही है l
छग सर्व आदिवासी समाज (रूडी जन्य परम्परा आधारित) ने महा. राज्यपाल महोदय जी, रायपुर (छ.ग.) मान. मुख्यमंत्री महोदय जी, छत्तीसगढ़ शासन रायपुर (छ.ग.) को एसडीएम धरमजयगढ़ के द्वारा अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए निम्न बिंदुओं पर मांग की है :-

जंगली हाथियों से हो रहे फसलों के नुकसान पर राज्य सरकार के द्वारा तय किए गए फसल मूल्य के बराबर मुआवजा राशि किसानों को प्रदान किया जाये, जिससे किसानों की क्षति की भरपाई हो सके।

जंगली हाथियों से जन-हानि होने पर 50 लाख रूपये एवं परिवार के किसी एक आश्रित को नौकरी प्रदान किया जाए, जिससे परिवार वालों की जीवन जीविका बन जाए।

जंगली हाथियों को सुरक्षित रखने हेतु तत्काल उचित कदम उठाया जाए, ताकि ग्रामीण एवं हाथियों को किसी प्रकार की कोई क्षति ना हो ।

खरसिया से धरमजयगढ़ मुख्य मार्ग को तत्काल बनवाया जाय, ताकि लोगों को धूल-डस्ट से निजात मिल सके व गंभीर बिमारियों से बचा जा सके ।

एडू से छाल तक एसईसीएल से कोयला लोड लेने वाली वाहनों को मुख्य मार्ग में खड़े कर मार्ग को बाधित कर दिया जाता है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएँ होती रहती है जिस पर तत्काल कार्यवाही किया जाए।

रायगढ़ जिला अन्तर्गत धरमजयगढ़, घरघोड़ा, खरसिया, लैलूंगा ब्लॉक 5वीं अनुसूची क्षेत्र है, फिर भी बिना पंचायत के सहमति से उद्योग एवं कोयला खदान खोला जा रहा है, उसे तत्काल रोक लगाई जाए।

खरसिया ब्लॉक के बर्रा जोबी क्षेत्र में भी कोयला खदान खोला जा रहा है जिससे क्षेत्र के कई ग्रामीण किसान प्रभावित होंगे जिस पर तत्काल रोक लगायी जाए ।

धरमजयगढ़ वन-मण्डल में कई किसानों को फसल नुकसान का मुआवजा राशि प्रदान नहीं किया गया है जिसे तत्काल दिया जाए।

धरमजयगढ़ के पुरूंगा, दुर्गापुर, शेरबंद, बायसी ग्रामों में भी कोयला खदान खोला जा रहा है जिस पर तत्काल रोक लगायी जाए।

पत्र में उक्त बिन्दुओं पर तत्काल संज्ञान लेते हुए उचित कार्यवाही करने की मांग की गई है, ताकि जल-जंगल-जमीन सुरक्षित रहे और पर्यावरण दूषित ना हो।
जिस पर जाँच कमेटी गठित कर तत्काल कार्यवाही की मांग की गई है अन्यथा 11 नवंबर दिन सोमवार को छाल तहसील एवं वन परिक्षेत्र कार्यालय छाल का घेराव करने की चेतावनी दी गई है l