February 5, 2025

छत्तीसगढ़ में भर्ष्टाचार उजागर करने कीमत : एक जनवरी से लापता पत्रकार का शव ठेकेदार के सेप्टिक टैंक से बरामद ; पत्रकारिता जगत में भारी रोष…

छत्तीसगढ़ में भर्ष्टाचार उजागर करने कीमत : एक जनवरी से लापता पत्रकार का शव ठेकेदार के सेप्टिक टैंक से बरामद ; पत्रकारिता जगत में भारी रोष…



*बीजापुर।* जिले में पत्रकार और यूट्यूबर मुकेश चंद्राकर की हत्या की घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। 1 जनवरी 2025 से लापता मुकेश का शव एक ठेकेदार के सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ है। आपको बता दें कि बस्तर के तेजतर्रार पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव आज सेप्टिक टैंक में मिला, जो कि बेहद डराने वाली खबर है। मुकेश चंद्राकर जी ANI, NDTV, NEWS24 जैसे कई चैनलों में रहे और निर्भीक पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे।

*लापता होने के बाद मिली लाश :* मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी 2025 से लापता थे। परिजनों ने बीजापुर पुलिस में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले, जिनके आधार पर बीजापुर में एक ठेकेदार के घर स्थित सेप्टिक टैंक की खुदाई की गई। यहां से मुकेश का शव बरामद हुआ, जिसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

*भ्रष्टाचार उजागर करने के कारण हत्या की आशंका :* प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि मुकेश चंद्राकर सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों को उजागर कर रहे थे। संभावना यह भी जताई जा रही है कि उनका ठेकेदारों से विवाद हुआ, जिसके चलते उनकी हत्या की गई और शव को सेप्टिक टैंक में छिपाया गया।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार ,मामले में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का छोटा भाई रितेश चंद्राकर रायपुर एयरपोर्ट पर अपनी महिंद्रा थार गाड़ी से दिखा था, और यह आशंका जताई जा रही है कि वह दिल्ली भागने की कोशिश कर रहा था, बहरहाल सुरेश चंद्राकर का छोटा भाई पुलिस हिरासत में है और पूछताछ जारी है।

*निष्पक्ष जांच और सख्त सजा की मांग :* इस घटना के बाद चंद्राकर के परिवार और बस्तर के पत्रकार संगठनों ने राज्य सरकार से निष्पक्ष जांच और दोषियों को कठोर सजा देने की मांग की है।

*पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल :* मुकेश चंद्राकर की हत्या ने पत्रकारों की सुरक्षा और भ्रष्टाचार उजागर करने के जोखिमों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यह घटना पत्रकारिता की स्वतंत्रता और समाज की सुरक्षा के लिए एक चेतावनी है, जिसे गंभीरता से लेना आवश्यक है। यह घटना पत्रकारों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि नक्सल प्रभावित इलाकों में पत्रकारों को अपने काम के कारण खतरों का सामना करना पड़ता है। इस हत्या के बाद से बीजापुर और रायपुर के पुलिस विभाग में हलचल मच गई है।

*एसपी डॉ. जितेंद्र यादव ने मीडिया से कहा कि* शाम लगभग 5 बजे चट्टान पारा में लोकेशन के आधार पर हमने जांच की। संदिग्धता के आधार पर ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाड़े के पास एक सेप्टिक टैंक थी, जिसे जेसीबी से तोड़ा गया, जहां पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव बरामद किया गया है। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।

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