July 1, 2025

भाजपा से ’मनीष मित्तल’की दावेदारी के बाद कांग्रेस बैकफुट पर

भाजपा से ’मनीष मित्तल’की दावेदारी के बाद कांग्रेस बैकफुट पर



सूत्रों से खबर, लैलूंगा कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस के प्रबल दावेदार मोहन मित्तल ने स्पष्ट कहा,यदि भाजपा मनीष को टिकट देती है तो मोहन मित्तल चुनाव नही लड़ेंगे।

’मनीष’ का युवा व शिक्षित चेहरा  आम जन के बीच बना चर्चा का विषय

लैलूंगा–नगर पंचायत चुनाव की तारीख का शंखनाद होने के बाद भाजपा और कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए एक बार फिर से कमर कस ली है, हालांकि प्रत्याशी चयन होने की प्रक्रिया अभी बाकी है जिसको लेकर दोनों प्रमुख राजनीतिक दल मंथन कर रहे हैं नगर पंचायत में विगत दो कार्यकाल की बात करे तो भाजपा को निराशा ही हाथ लगी पिछले एक दशक से कांग्रेस का कब्जा यहां रहा ,वही विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को विगत दो बार से चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। विकासखंड मुख्यालय लैलूंगा में नगरीय निकाय का चुनाव अपने आप में विधानसभा चुनाव को काफी प्रभावित करती है इसलिए भाजपा और कांग्रेस निकाय चुनाव में अपनी सरकार बनाने भरसक प्रयास करेगी। आगामी नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के दावेदारो ने अपनी अपनी दावेदारी मजबूती से संगठन में प्रस्तुत कर दी है जिसके बाद फिलहाल दोनों दलों के चयन समिति दावेदारो पर गंभीरता से विचार कर रही है। भाजपा की बात करे तो नगर अध्यक्ष के प्रबल दावेदार चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष समाजसेवी व सफल व्यवसायी मनीष मित्तल का नाम फिलहाल नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है नगर के पूरे 15वार्डों  सहित चौक चौराहों में भी मनीष मित्तल की स्वच्छ,छबि तथा व्यवहार कुशलता के  साथ साथ सबसे शिक्षित दावेदार होने के कारण चर्चे में बने हुए है। भाजपा से मनीष की दावेदारी के बाद से ही उनके समर्थकों में उन्हें जीताने की होड़ लगी हुई है इधर कांग्रेस भी अपने दावेदारों को लेकर असमंजस में है। नगर सरकार में पिछले दो कार्यकालों से बैकफुट पर चल रही भाजपा के लिए मनीष बेहतर विकल्प व दमदारी से जीतने वाले प्रत्याशी साबित हो सकते है। पिछले दो विधानसभा चुनाव में भाजपा के हार का सबसे प्रमुख कारणों में  विकासखंड मुख्यालय लैलूंगा के नगरीय चुनाव में भाजपा की सरकार न बन पाना माना जाता है, वर्तमान निकाय चुनाव में भाजपा यदि बेहतर प्रत्याशी चयन कर निकाय चुनाव  जीत जाती है तो विधानसभा चुनाव  में भाजपा की जीत का सफर आसान हो जाएगा। फिलहाल दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों में अभी तक प्रत्याशियों की घोषणा बाकी है वहीं नगर की जनता निकाय चुनाव के दिलचस्प मुकाबले की प्रतीक्षा में है।