सक्ती : साय सरकार की हो रही फजीहत, सरकार ने अधिकारियों पर क्या खो दिया न्याय दिलवाने का अधिकार??
सक्ती : साय सरकार की हो रही फजीहत, सरकार ने अधिकारियों पर क्या खो दिया न्याय दिलवाने का अधिकार??
◆ नौ दिन के धरने के बाद भी कुम्भकर्णीय नींद से नहीं जागा स्थानीय प्रशासन…
◆ सक्ती बढ़ रहा कलेक्टर कार्यालय घेराव व जिला बंद की ओर ; सुने क्या कहते हैं गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व महासचिव…
सक्ती। आदिवासी की 12 डिसमिल भूमि को गैर आदिवासी द्वारा ठगी करते हुए उपपंजीयक से सांठगांठ कर कलेक्टर के अनुमति बिना खरीदी करने का आरोप लगाते हुए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला पदाधिकारियों ने 19 नवंबर से अनिश्चितकालीन धरना पर कलेक्टर कार्यालय के सामने टेंट लगाकर बैठे गए है। गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर सिंह मरकाम भी धरना स्थल पहुंचकर प्रशासन पर आरोप लगाते हुए जमकर बरसे।
ज्ञात हो कि तत्कालीन उपपंजीयक प्रतीक खेमका और जगदीश बंसल द्वारा जिला दण्डाधिकारी के ज़मीन अनुमति वाले खारिज आदेश को अनुमति आदेश के रूप में नोट लिखते हुए कंचनपुर स्थित 12 डिसमिल आदिवासी ज़मीन की रजिस्ट्री मुख्तारनामा के आधार पर अपनी बहु के नाम जगदीश बंसल द्वारा खरीदी की गई। इसके बाद से ही गोंगपा के जिला पदाधिकारियों द्वारा इस संबंध में उचित कार्रवाई करने कलेक्टर को पत्र लिख रहे थे।
इस संबंध में कलेक्टर द्वारा भी तत्कालीन उपपंजीयक को मामले में पत्र लिख जवाब मांगा था, लेकिन उपपंजीयक द्वारा कोई जवाब पेश नहीं किया गया। इसके बाद इस मामले में शासन स्तर पर पत्र व्यवहार की बात लगातार जिलाधीश द्वारा की जा रही है। इन सभी बातों से असंतुष्ट होते हुए गोंगपा के जिला पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं ने 19 नवंबर से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए।
राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम ने कहा कि भूमाफिया जगदीश बंसल एक आदिवासी की ज़मीन को छल पूर्वक अपने जाति के अधिकारी के साथ सांठगांठ कर खरीद लेता है और यहां जिला प्रशासन मुखदर्शक बने बैठा हुआ है। आज संविधान दिवस है और इस अवसर पर अपने संवैधानिक अधिकार की रक्षा करने जेठा कलेक्टर कार्यालय के सामने अपने साथियों के साथ बैठा हूं, लेकिन जिन्हें संविधान और क़ानून की रक्षा करनी चाहिए, ऐसे ज़िला अधिकारी और सत्ता में बैठे लोग संविधान की धज्जियां उड़ा रहें हैं।
पत्रकारों को तुलेश्वर सिंह मरकाम ने बताया कि चूंकि सक्ती जिला कोरबा और रायगढ़ से लगा हुआ है और यहां आदिवासी समाज काफी अधिक संख्या में निवास करते हैं। यहां भी पांचवी अनुसूची क्षेत्र घोषित होना चाहिए। वहीं अगर जिला प्रशासन 10 दिवस के भीतर कार्रवाई नहीं करती है तो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा जिला कलेक्टर कार्यालय का घेराव और जिला बंद जैसे आंदोलन की ओर अग्रसर होगी।
इस अवसर पर श्याम सिंह मरकाम,प्रभु जगत, कुलदीप मरकाम, बलवंत सिंह सिदार(जिला अध्यक्ष सक्ती),भानु प्रताप चौहान(जिला सचिव सक्ती), जगर साय चौहान कीर्तन मारवी, जयसिंह मरकाम, कीर्तन लाल जगत सहित गोंगपा के कार्यकर्ता मौजूद थे।